तुझको पुकारू मैं, तुझको निहारु मैं
तुझको पुकारू मैं, तुझको निहारु मैं,
तुझमें रहूँ सर्वदाओ मेरे प्यारे मसीहा-२
हालेलुया-४
१. चरणो में तेरे आता प्रभु, करता हू ये आरजू,
बंजर भूमि पे जल बरसा दे, प्यासा हू तेरा प्रभु
मेरे दिल की प्यास बुझा दे, ऐ मेरे प्यारे मसीहा ।
२. तेरे प्यार को मैं समझू हमेशा, सूली के बलिदान को,
कुर्बान किया हमारे लिए, खुद आपने-आपको
मेरे गुनाह को तूने सहा, ऐ मेरे प्यारे मसीहा ।
३. तेरा वचन है ज्योति, मेरे मार्ग के लिए,
तेरा वचन है दीपक मेरे पावों के लिए,
मैं तुझमें बना रहू, और तू मुझमे मसीहा ।
 


 
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